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Vitamin C in Hindi | जानिए, क्यों जरूरी है शरीर के लिए विटामिन सी?

benefits of vitamin c

Benefits of vitamin C: दोस्तों, आज का हमारा टॉपिक है। विटामिन सी क्या है? क्यों जरूरी है विटामिन सी हमारे लिए, आपने देखा ही होगा। इस कोरोना वायरस के समय में विटामिन बहुत ज्यादा प्रचलित हो चुके है। इसलिए आज हम इस लेख में विटामिन सी (Vitamin C) पर पूरी चर्चा करेंगे। जैसे- Vitamin C (विटामिन सी) क्या है?, इसके लक्षण क्या है?, इसके फायदे (benefits of vitamin c) और इसकी कमी से क्या नुकसान होते है? और विटामिन सी के लिए स्रोत क्या है?

विटामिन सी, जिसे ascorbic acid भी कहते है। यह जल में घुलनशील पोषक तत्व है। Vitamin C शरीर में एंटीऑक्सिडेंट का कार्य करता है। यह शरीर के Wasted compound के नुकसान से बचाता है। इसके अलावा यह कैंसर जैसी बीमारी से भी रक्षा करता है। यह व्यर्थ फ्री रेडिकल्स यौगिक, भोजन के ऊर्जा में परिवर्तित होने के बाद बचा शेष पदार्थ होता है।

वर्ष1942 की एक रिसर्च के अनुसार विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग होता है। जिससे हमारे शरीर के घाव आसानी से नहीं भर पाता है। और यह शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक है। 

Vitamin C (विटामिन सी) का कार्य हड्डियों, त्वचा, कंडरा स्नायु और रक्त वाहिकाओं की मरम्मत करना होता है। अत: इसका रोजाना सेवन करना अनिवार्य है।


Vitamin c की deficiency (कमी) को निम्न symptoms के आधार पर पहचान सकते है:-

  • Vitamin c की deficiency के कारण मुंह से दुर्गंध और दांत कमजोर होने के लक्षण प्रकट होते है।
  • विटामिन सी की कमी से त्वचा रूखी हो जाती है और चेहरे तथा आंखो के आस-पास झुर्रियां आ जाती है।
  • इस विटामिन की कमी से वायरल संक्रमण होना, भोजन का स्वाद बिगड़ना, सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण प्रकट होते है।
  • इसकी कमी से आंखो की कोशिका अत्यधिक कमजोर हो जाती है और मोतियाबिंद की शिकायत हो सकती है।

विटामिन सी की कमी के अनेक कारण हो सकते है। जैसे- असंतुलित आहार, आनुवांशिक विकार, मेटाबोलिक सिंड्रोम और ज्यादा व्यायाम भी। इसके अलावा vitamin C deficiency (कमी) के लिए मोटापा, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप भी कारण (cause) हो सकते है। 

  • विटामिन सी की कमी का मुख्य कारण आर्थिक स्थिति है। क्योंकि आर्थिक स्थिति के कारण व्यक्ति पर्याप्त विटामीन सी युक्त फल या सब्जियों का सेवन नहीं कर पाता है।
  • मां का दुध न मिलने पर vitamin C की deficiency (कमी) हो सकती है। 
  • धूम्रपान करने वाले लोगों में vitamin C की कमी होती है, क्योंकि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति पर्याप्त संतुलित भोजन नहीं कर पाते है।
  • गंभीर बिमारियों के कारण (जैसे- कैंसर और आंत से संबंधित बीमारियां आदि) भी विटामिन सी की कमी हो सकती है।


विटामिन सी के मुख्य फायदे है कि यह हमारे शरीर को निखारता (सजाता) है। और यह हमारी शरीर की बहुत सारी बीमारियों से सुरक्षा करता है।

विटामिन सी (vitamin C) के निम्न फायदे (Benefits) है:-

  • त्वचा की सुरक्षा का फायदा- विटामिन सी रक्त वाहिकाओं को सुरक्षित रखता है, जिसके कारण प्रोटीन और वसा आसानी से त्वचा तक पहुंच जाता है। ये त्वचा के रुखेपना और झुर्रियों को कम करता है। हमारी संपूर्ण शरीर की त्वचा को भी नमी देता है।
  • घाव भरने में करें मदद- विटामिन सी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है जो घाव या चोट को जल्दी भरने में सहायक होते है। विटामिन सी संक्रमण फैलने और बीमारियों से बचाव में सहायक होता है। डॉक्टर्स भी शरीर घाव भरने के लिए Vitamin C supplements लेने की सलाह देते हैं।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता- विटामिन सी आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है जिसके कारण शरीर जीवाणु और विषाणुओं संक्रमण से मुक्त रहता है।
  • सूरज की किरणों से रक्षा- विटामिन सी हानिकारक और दूषित वातावरण से सुरक्षा का फायदे देता है। इसके अलावा यह सूर्य की हानिकारक किरणों से रक्षा करता है।
  • हड्डियों को करें मजबूत– हड्डियों की मजबूती में विटामिन सी का महत्वपूर्ण योगदान है।
  • बढ़ती उम्र में जवानी- बढ़ती उम्र में त्वचा रूखी होने लगती है और बुढ़ापा नजर आने लगता है। विटामिन सी कोलेजन के विकास को उत्तेजित करके झुर्रियों को कम करने में मदद करता है साथ ही विटामिन सी के फायदे से त्वचा जवान रहती है।
  • मसूड़ों को स्वस्थ रखना- यह मसूड़ो को स्वस्थ रखता है, जिसके कारण रक्तस्राव की समस्या नहीं होती है। शरीर में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा से मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और मसूड़ों में रक्तस्राव जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
  • उच्च रक्त चाप में कमी- एक शोध के अनुसार यह उच्च रक्त चाप को कम करने में सहयोग करता है। 
  • तनाव को करें कम- विटामिन सी न केवल आपके दिमाग को स्वस्थ रखती है बल्कि यह स्ट्रेस लेवल को कम करके आपको तनाव से राहत देने का काम भी करता है।


विटमिन सी की कमी के कारण से निम्न रोग होते हैं-

  • मसुड़ों में सुझन और खून का स्राव होना।
  • त्वचा पर लाल चकत्तों का निर्माण होना।
  • दांतो की मजबूती में कमी होना।
  • शरीर में कमजोरी का आना या बुढ़ापा जल्दी आना।
  • त्वचा का रुखा होना इत्यादि।

विटामिन सी कितना लेना चाहिए, यह भी जरूरी है। क्योंकि ज्यादा और कम दोनों ही हानिकारक होते है। एक व्यस्क के लिए vitamin C की per day requirement 65 से 90 मिलीग्राम तक होती है। तथा इससे अधिक उम्र के लोग 200 mg का उपयोग कर सकते है।

महिलाओं के लिए 75 मि.ग्रा. उपयुक्त है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान 85 मि.ग्रा. और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए 120 मि.ग्रा. उपयुक्त है।

हालांकि विटामिन सी की अधिकता के ऋणात्मक प्रभाव की पूरी पुष्टी नहीं है। लेकिन दस्त, उल्टी, जी मिचलन, पेट एंठन, सरदर्द और अनिद्रा के प्रभाव मिलते है। विटामिन सी के लिए आपको निम्न खुराख का उपयोग करना चाहिए।

एन आई एन (National Institute of nutrition) के अनुसार अलग-अलग उम्र में विटामिन की अलग-अलग खुराख का उपयोग करना चाहिए। जैसे:-

  • नवजात शिशु जो 0 से 12 माह तक- रोजाना 25 mg
  • शिशु जो 1 से 9 वर्ष तक- रोजाना 40mg
  • किशोरावस्था जो 10 से 18 वर्ष तक- 50 mg
  • व्यस्त पुरुष और महिलाएं जो 18 से 60 या अधिक तक- 60 से 85 mg
  • यह एक सामान्य आधार है, जिस पर आप विटामिन सी की खुराक ले सकते है।


विटामिन सी को कृत्रिम रुप से नहीं बनाया जा सकता है। अत: यह फल और सब्जियों में प्राकृतिक रूप से प्राप्त होते है। इसलिए आप अपनी दैनिक जीवन के खाद्य सामग्रियों में कुछ महत्वपूर्ण फल और सब्जियों को जोड़ सकते है। क्योंकि इनमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है।

Vitamin C fruits:-
आंवला (600 mg), अमरूद (221 mg), बेर (78mg), 1 नारंगी (70mg) और नारंगी जूस (95mg), अंगूर जूस (70mg), स्ट्रोबेरी (48mg), और 1 कीवी (69mg), नींबू (48.1mg) आदि। NIN (National Institute of Nutrition) ने शरीर की उम्र के आधार पर विटामिन सी की खुराख की मात्रा का आंकलन किया है। और उपरोक्त आधार पर खुराक लेना सुविधाजनक है।

Vitamin C vegetables:-
गोभी, बैंगन, पक्का हुआ ब्रोकोली, टमाटर जूस, आलू आदि में 30 से 50 मि.ग्रा. तक विटामिन सी उपस्थित होता है। तथा पालक और मटर में भी अल्प मात्रा में पाया जाता है।


  • विटामिन सी का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में जलन हो सकती है। आपको दस्त भी लग सकते हैं।
  • विटामिन सी की शरीर में अधिक मात्रा होने से आपको किडनी स्टोन / पथरी की समस्या हो सकती है।
  • विटामिन सी अधिक मात्रा में लेने से शरीर के टिश्यूज डैमेज हो सकते हैं। इसलिए विटामिन सी लेने से पहले डॉक्टर की जरूर सलाह लें।

विटामिन सी हृदय के स्वास्थ्य, एनीमिया के इलाज, मोतियाबिंद, कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम करने और डायबिटिज जैसे रोगों को कंट्रोल करने में विटामीन सी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन बीमारियों से बचने का एक मात्र उपाय है, कि विटामिन सी का पर्याप्त सेवन करना। इसके लिए आपको संतुलित भोजन करना चाहिए।

दोस्तों, विटामिन सी क्या है और इसके क्या लक्षण है? इसके अलावा भी बहुत सारे सावालों के आपको जवाब मिल चुके होंगे। विटामिन सी हमारे शरीर के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस आर्टिकल की मदद से आप आसानी से अपने शरीर में विटामिन सी के स्तर को सामान्य रख सकते है। हम उम्मीद करते है कि आप हमारे द्वारा दी गई जानकारियों के साथ खुशहाल जिंदगी बिताएंगे।
धन्यवाद।


By:-Prem Jatol
Lifewingz.com
Image credits:  canva.com
, freepik.com


(यह जानकारी विभिन्न रिसर्च और स्टडी के आधार पर दी गई है। किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।)

Author (लेखक)

  • lifewingz

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