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कमज़ोर मन की समस्या, अनावश्यक चिंता और भय हो सकता है कमज़ोर चन्द्रमा की निशानी ! जानिए उपाए

Chandra Grah Ke Upay

Chandra Grah Ko Majboot Karne Ke Upay: कुंडली में चंद्रमा खराब हो तो जीवन में भटकाव, मानसिक परेशानी, स्ट्रेस आदि समस्याएं आने लगती है। आज के इस लेख में मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के उपाय, मन को शांति देने वाला मंत्र तथा चंद्र ग्रह शांति के उपाय बताए है।



Chandra Grah Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा रात का राजा है। कुंडली में मजबूत चंद्रमा व्यक्ति को सुख और सफलता दिलाता है। जब किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा शुभ फल देता है, तो उसके जीवन में हर तरह से खुशियां आती हैं लव लाइफ भी बेहतर होती है घर-परिवार में सुख शांति रहती है।

वही अगर कुंडली में चंद्रमा खराब हो तो जीवन में भटकाव, मानसिक परेशानी, स्ट्रेस आदि समस्याएं आने लगती है। सब कुछ गलत होने लगता है। जीवन में कई तरह की परेशानियां आती है।

कहा जाता है कि जब कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, तो शुक्र और बुध ग्रह ग्रह स्वतः ही मजबूत हो जाते हैं। चंद्रमा के कमज़ोर होने पर व्यक्ति को चिंता, बेचैनी और भय के साथ-साथ धन की कमी का अनुभव होता है। साथ ही जातक को सर्दी-जुकाम के अलावा कई खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं।

आज के लेख में हम आपको चंद्रमा को मजबूत बनाने के सरल उपाय बताएंगे। आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कमज़ोर चंद्रमा के लक्षण क्या है और चंद्रमा को कैसे मजबूत करें।

– जातक की कुंडली में कमज़ोर चंद्रमा की उपस्थिति व्यक्ति के व्यक्तित्व को कमज़ोर करता है।
– चंद्रमा के कमज़ोर होने पर व्यक्ति छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान हो जाता है। और जल्द ही भावुक हो जाता है।
– गलत निर्णय लेना कमज़ोर चंद्रमा का लक्षण है।
– कमज़ोर चंद्रमा के कारण व्यक्ति को सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्या हमेशा बनी रहती है।
– जातक को ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।

इस लेख में कमज़ोर चंद्रमा के कुछ उपाय, मंत्र, और सावधानियों का उल्लेख किया गया हैं, जिन्हें करने से कमज़ोर चंद्रमा को मजबूत बनाया जा सकता है।

आइए जानते हैं कि चन्द्रमा को कैसे मजबूत किया जाए :

1. देवों के देव महादेव की पूजा करना कुंडली से चंद्रदोष को खत्म करने का सबसे सटीक उपाय है। चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण करने वाले भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने से चंद्रमा से संबंधित परेशानियां दूर हो जाती हैं।

2. मून स्टोन को गौदंती या चंद्रकांत के नाम से जाना जाता है। सफेद मोती के स्थान पर मूनस्टोन का प्रयोग किया जा सकता है। आप सफेद मोती या चंद्रकांत मोती को धारण कर सकते हैं।

3. यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर है तो चांदी के कलश में गंगाजल, दूध, चावल और शक्कर मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। इसके अलावा हर पूर्णिमा को व्रत और चंद्र पूजन करना चाहिए।

4. झाडू और अन्य गंदगी या साफ-सफाई से संबंधित वस्तुएं, जैसे पोंछा और डस्टर, पश्चिम दिशा में ना रखें।

5. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चांदी का कड़ा, अंगूठी, चेन या पायल धारण करें।

6. चंद्रमा मजबूत करने के लिए देर रात तक न जागें। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर है उन्हें देर रात तक जागने से बचना चाहिए।

7. जातक को अपने घर में चाँदी या पारे का शिवलिंग स्थापित करना चाहिए और चंद्रमा को मजबूत करने के लिए उसकी नियमित पूजा करनी चाहिए।

8. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को घर में पूजा करते समय शंख बजाना चाहिए।

9. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को रोजाना शिव चालीसा का पाठ पढ़ना चाहिए।

10. पानी की बर्बादी से बचें। जितनी जल्दी हो सके अपने घर में टपकने वाले नल को ठीक करवाएं।

11. महिलाओं के प्रति सम्मान, सहानुभूति और उत्कृष्ट व्यवहार से चंद्रमा की अनुकूलता मजबूत होती है। विशेष रूप से बुजुर्ग महिलाओं की सेवा और उनकी मदद करने से विशेष लाभ मिलता है।

12. अपनी पैंट के जेब में या पर्स में चांदी का चौकोर टुकड़ा रखें।

चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए और चंद्रमा के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए।

चंद्रमा के मंत्र इस प्रकार हैं। इनको मन को शांति देने वाला मंत्र भी कहा जाता है।

– ॐ सों सोमाय नम:
– ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:
– ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:

चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, तो चलिए जानते हैं: 

1. जिन लोगों का चंद्रमा कमज़ोर होता है उन्हें काले और लाल रंग से परहेज रखना चाहिए।

2. अगर आप का चंद्र ग्रहण छठे भाव में हो तो किसी भी स्थिति में दूध या पानी का दान न दें।

3. चन्द्रमा मजबूत होने पर चांदी, मोती, चावल, या अन्य कीमती वस्तुओं का दान न करें।

4. चन्द्रमा चतुर्थ भाव में हो तो कभी भी दूध, पानी या औषधि का मूल्य न लें।

5. चंद्र और केतु एक साथ हों तो किसी दूसरे के पेशाब पर पेशाब न करें।

आप अपनी जन्म कुण्डली में बदलाव तो नहीं कर सकते, लेकिन इन सरल उपायों को आजमाकर आप निस्संदेह उन समस्याओं का समाधान कर सकते है, जो चंद्रमा के कमज़ोर होने के कारण उत्पन्न हो सकती हैं।


1. चंद्रमा मजबूत कब होता है?

उच्च का चंद्रमा मन को प्रसन्न रखता है। कठिन परिस्थितियों में भी मन को अप्रसन्न नहीं होने देता। वहीं यदि उच्च के चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ती है तो चंद्रमा मजबूत होता है।

2. चन्द्रमा खराब होने से क्या होता है?

चंद्रमा खराब होने पर लोगों को नीद न आना, मानसिक थकावट, किसी काम में मन न लगना, पागलपन जैसे स्थिति आदि की समस्या होती है।

3. चंद्रमा कमज़ोर क्यों होता है?

शरीर में जल तत्व दूषित होने पर कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर हो जाता है। चंद्रमा कमज़ोर पारिवारिक कलह और छल के कारण भी होता है। राहु, केतु और शनि या इनमें से किसी एक की दृष्ट होने पर चंद्रमा अशुभ फल देता है।

4. चंद्रमा कमज़ोर होने के क्या लक्षण है?

जातक की कुंडली में कमज़ोर चंद्रमा व्यक्ति के व्यक्तित्व को कमज़ोर करता है। व्यक्ति छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान हो जाता है। और उसे डिप्रेशन हो जाता है।और गलत निर्णय लेता है। साथ ही व्यक्ति को जल से भय लगता है।

5. चंद्रमा को कैसे प्रसन्न करें?

प्रतिदिन माता के पैर छूना, मोती धारण करना, चावल, सफेद वस्त्र, शंख, वंशपात्र, सफेद चंदन, श्वेत पुष्प, चीनी, बैल, और दही मोती दान करने से चंद्रमा प्रसन्न होते है।


Image credit:- Canva

Author (लेखक)

  • Mrs. Minakshi Verma

    मैं, मिनाक्षी वर्मा, पेशे से हिंदी ब्लॉगर हूँ और इस क्षेत्र में मुझे काफी अनुभव हो चुका है। मैं  डाइट-फिटनेस, धार्मिक कथा व्रत, त्यौहार, नारी शक्ति आदि पर लिखती हूँ। इसके इलावा फूड, किड्स बुक्स, और महिलाओं के फैशन के बारे में लिखना मेरे पसंदीदा विषय है।

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