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Gomati Chakra | गोमती चक्र के ये लाभ, आपके जीवन की हर परेशानी को दूर कर देंगे

gomti chakra benefits

Gomati Chakra: आज के इस लेख में हम गोमती चक्र के बारे में जानकारी लाए है। आपके जीवन की हर परेशानी को दूर करने की शक्ति गोमती चक्र में है। गोमती चक्र एक विशेष प्रकार का पत्थर है, जो गोमती नदी में पाया जाता है। तो चलिए जानते हैं गोमती चक्र के फायदों (gomti chakra benefits) के बारे में जो आपकी ज़िन्दगी में खुशियां भर सकता है।



जीवन में सफलता और समृद्धि पाने के लिए, प्रत्येक व्यक्ति भरपूर कोशिश करता है और पूरी मेहनत भी करता है, लेकिन कभी कभी ऐसा होता है कि, हर संभव प्रयत्न करने के बाद भी हमें उसके अनुसार, सफलता नहीं मिलती है और लगातार निराशा ही हाथ लगती है। तब हमें कुछ अन्य उपायों को भी करने की आवश्यकता होती है।

हमारा ज्योतिष शास्त्र बहुत समृद्ध है, जो ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति और विभिन्न गणनाओं के आधार पर, कई वर्षों के अध्ययन के बाद रचा गया एक अद्भुत शास्त्र है, जो आध्यात्मिक, शास्त्रीय और वैज्ञानिक आधार पर बना हुआ है। ज्योतिष शास्त्र में हमारी अनेक समस्याओं का समाधान हमें मिल जाता है।

समस्या के समाधान के लिए, उपाय के रूप में, कई बार ज्योतिषी हमें कुछ विशेष वस्तुओं का उपयोग करने के लिए कहते हैं, जिनमें कुछ विशेष नग, धातु या पत्थर भी होते हैं। ये विशेष वस्तुएं, सकारात्मक ऊर्जा से भरी हुई होती है, और बताएं गए तरीके से इन्हें इस्तेमाल करने से हम पर भी उनका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और हमारी समस्याएं भी काफी हद तक सुलझ जाती है।

ऐसी ही एक वस्तु है, गोमती चक्र। गोमती चक्र का नाम तो आपने बहुत बार सुना होगा, लेकिन इसके बारे में यदि आपको पूरी जानकारी नहीं होगी, तो आज इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि गोमती चक्र से संबंधित, आपको आपके हर सवाल का जवाब इसमें मिल सकता है।

इसके अलावा, गोमती चक्र हमें कहां मिलता है और असली गोमती चक्र की पहचान कैसे की जा सकती है, हम यह भी जानेंगे। तो चलिए देखते हैं।

गोमती चक्र क्या होता है? – What is Gomati chakra?

गोमती चक्र, गोल आकार का एक प्राकृतिक शैल पत्थर होता है, जो बहुत आसानी से नहीं मिलता है। केल्शियम युक्त यह पत्थर गोमती नदी में पाया जाता है। इसलिए इसे गोमती चक्र कहा जाता है। सफेद, पीले और भूरे रंग मिश्रित यह पत्थर को आध्यात्म और ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पत्थर का एक विशिष्ट आकार होता है। इस पत्थर के एक तरफ की सतह उभरी हुई होती है, जो कि एक खोल की तरह दिखती है और इसके दूसरी तरफ की सतह समतल होती है, जिस पर नैसर्गिक रुप से एक चक्र बना हुआ होता है।

इस चक्र को, लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है।  कुछ लोग इसे, भगवान श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र भी कहते हैं। यह चक्र सांप की तरह भी दिखाई देता है, इसलिए इसे नाग चक्र भी कहा जाता है। गोमती चक्र का उपयोग, प्राचीन काल से किया जाता है। संस्कृत में इसे, धेनुपदी कहा जाता है। गोमती चक्र को इंग्लिश में Cat’s eye shell या Cow’s eye shell कहते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में गोमती चक्र को, एक चमत्कारी पत्थर की दृष्टि से देखा जाता है और धन, समृद्धि प्राप्त करने और बुरी शक्तियों से बचाव के लिए इस पत्थर का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। साथ ही कुछ तांत्रिक उपायों में भी गोमती चक्र का प्रयोग किया जाता हैं। कुछ विशेष त्योहारों पर या शुभ मुहूर्तों पर, घर में गोमती चक्र की पूजा भी की जाती है।


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गोमती चक्र का उपयोग कैसे करें? – How to use Gomati chakra?

जिस तरह, ज्योतिष शास्त्र में बताएं गए तरीके से ही हम बाकी सभी स्टोन्स, पत्थरों और धातुओं का प्रयोग करते हैं, उसी तरह गोमती चक्र का उपयोग करते समय भी नियमों का ध्यान रखें।

गोमती चक्र का उपयोग करने के पहले, उसे अभिमंत्रित जरुर करना चाहिए। और इसके लिए दिवाली, होली, दशहरा या गुरु पुष्य योग, रवि पुष्य योग और सर्वसिद्धि योग जैसे शुभ मुहूर्त उपयुक्त होते हैं। गोमती चक्र को अभिमंत्रित करने के लिए, किसी ज्योतिष शास्त्र के विशेषज्ञ की सहायता लें, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि, अलग-अलग समस्याओं के समाधान के लिए, गोमती चक्र का उपयोग करते समय, उसे अलग-अलग तरीके से ही अभिमंत्रित किया जाता है।

गोमती चक्र को पूजा में एक यंत्र की तरह, धागे में पिरोकर ताबिज की तरह, अंगुठी या पेंडेंट बनाकर या फिर अपनी जेब, पर्स या तिजोरी इत्यादि में रखकर उपयोग कर सकते हैं।

गोमती चक्र से क्या लाभ होते है? – Benefits of Gomati chakra.

विभिन्न समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए, हमें गोमती चक्र का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।  कुछ समस्याओं के लिए आप गोमती चक्र का उपयोग कर सकते हैं जो इस प्रकार है।

1. गोमती चक्र पर जो चक्र बना हुआ होता है, उस चक्र को मां लक्ष्मी जी और भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, किसी शुभ मुहूर्त पर गोमती चक्र की पूजा करने से, मां लक्ष्मी जी की कृपा होती है और आपकी आर्थिक समस्याओं का समाधान भी होने लगता है।

2. सफेद रंग का होने से, गोमती चक्र का संबंध, शुक्र ग्रह से है और इसकी उत्पत्ति पानी में होने के कारण इस पर चंद्रमा का भी प्रभाव होता है। इसलिए कुंडली में यदि शुक्र दोष या चंद्र दोष होता है तो, गोमती चक्र का उपयोग करने के लिए कहा जाता है। साथ ही चंद्र और शुक्र ग्रह से एक साथ प्रभावित होने से गोमती चक्र, हमें राहु के दुष्प्रभाव से बचा सकता है।

3. नजर दोष होने पर यानी कि, यदि किसी भी व्यक्ति को बार-बार बुरी नजर लगती है, तो ऐसे में गोमती चक्र का उपयोग किया जाता है। इसके लिए, जिस व्यक्ति को नजर लगी है, उसके उपर से तीन गोमती चक्रों को, सात बार उतारकर (जैसे हम आमतौर पर नजर उतारते हैं) उसके पीछे की ओर फेंक दें और बिना उनकी ओर देखे वहां से चले जाएं। यह काम किसी निर्जन स्थान पर करना चाहिए। इससे नजर दोष दूर होता है।

4. जैसा कि हमने देखा, कि गोमती चक्र का संबंध, मां लक्ष्मी से है, इसलिए, धन से जुड़ी कई बातों के लिए, अभिमंत्रित किए गए गोमती चक्र का उपयोग किया जाता है। जैसे धन का अभाव कम करने के लिए, धन का अपव्यय रोकने के लिए, धन को चोरों से बचाने के लिए तथा घर में धन का संचय करने और बरकत बढ़ाने के लिए, गोमती चक्र को तिजोरी में रखकर, उपयोग किया जाता है।

5. स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न समस्याओं में भी गोमती चक्र का उपयोग लाभदायक होता है।

6. कोर्ट कचहरी जैसे कानूनी कामों में सफलता पाने के लिए, गोमती चक्र का उपयोग करना लाभकारी होता है।

7. विवाह के लिए और संतान प्राप्ति के लिए, गोमती चक्र की पूजा करनी चाहिए। बार बार गर्भपात होने की स्थिति में भी गोमती चक्र की पूजा करना, या ताबिज बनाकर पहनना बहुत लाभदायक होता है।

8. भूत प्रेत बाधा, भय और शत्रुओं से मुक्ति के लिए गोमती चक्र का उपयोग लाभदायक होता है।

9. अभिमंत्रित गोमती चक्र को, घर में रखने से घर में सकारात्मकता आती है। और यदि हम इसे अपने पास रखते हैं तो मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है।

10. व्यापार तथा नौकरी में तरक्की के लिए, गोमती चक्र लाभकारी होता है। परीक्षा या इंटरव्यू आदि में सफल होने  के लिए, घर से निकलते समय भी गोमती चक्र की पूजा करके जाएं।


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गोमती चक्र कब धारण करना चाहिए? – When to wear Gomati chakra?

अभिमंत्रित किए गए गोमती चक्र को किसी शुभ मुहूर्त पर या शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए। या फिर आपकी कुंडली के अनुसार, ज्योतिष शास्त्र विशेषज्ञ की सलाह के आधार पर धारण करना चाहिए।

जब आपकी आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याएं बढ़ जाती है तो, गोमती चक्र का प्रयोग, अंगुठी, ताबीज़ या लॉकेट के रुप में करके देखें। निश्चित रूप से लाभ होगा।

गोमती चक्र की कीमत क्या होती है? – What is the price of Gomati chakra?

गोमती चक्र के फायदों को देखते हुए, इसकी कीमत नहीं के बराबर होती है। जगह के हिसाब से इसकी कीमत अलग-अलग हो सकती है लेकिन सामान्यतः यह दस रुपए की कीमत में आसानी से मिल जाता है। यह आपको किसी ऐसी दुकान पर आराम से मिल सकता है, जहां ज्योतिष शास्त्र से संबंधित वस्तुएं और नग तथा पत्थर इत्यादि मिलते हैं। आजकल तो आप इसे ऑनलाइन भी मंगवा सकते हैं।

असली गोमती चक्र की पहचान यही है कि, यह एक तरफ से उभरा हुआ होता है और दूसरी तरफ से समतल होता है और समतल भाग पर चक्र होता है।


यह थी गोमती चक्र से संबंधित कुछ विशेष और महत्वपूर्ण जानकारियां। लेकिन किसी भी ज्योतिष उपाय का प्रयोग करते समय विशेषज्ञ की राय जरूर लें। दोस्तों, अगर आपको ये लेख informative लगा हो तो इसे शेयर करें friends और relatives के साथ और ऐसी ही जानकारी के लिए lifewingz.com को follow करें।
धन्यवाद!

Written by:- Renuka Raje
Image credit:- Canva.com

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