Hindi poem on desh bhakti हमारे देश के उन शहीद जवानों को समर्पित है। जिन्होंने India china border पर अपने देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दिया है। (Poetry for Soldiers)वीर भारतीय सैनिक पर कविता हमने और भी लिखी है लेकिन यह कविता कुछ अलग है।
हम चैन की साँस लेते है
बिना डर के सोते है
ना रात की चिंता ना दिन की खोज
बस अपने में रहते है।
गोलियां जब सरहद पर चलती है
पहली गोली वो खाते है,
देश के लिए शहीद वो हो
बिना मां की लोरी के
धरती की गोद में सो जाते है।
बाप के कंधे के बिन
वो कंधो पर जाते है,
मां की कोख से जन्मे
धरती को ही अपनी मां कहते है।
सात जन्मों का वादा कर
बीच मझधार में वो छोड़ देते हैं,
अगले जन्म मिलेगे ऐसा वो बोलते है
लेकिन किसने देखा है कल
ये तो ख़यालो में ही अपनी जिंदगी जी जाते है।
जब भी एक सैनिक शहीद होता है
तो पीछे अपने पूरा परिवार छोड़ जाता है,
आज सब रोते है
कल फिर क्यों उन्हें भूल जाते है।
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by Shubhi Gupta ( शुभी गुप्ता )
Story and Poem Writer
वीर भारतीय सैनिक पर कविता Poetry for Soldiers या shaheed sainiko par kavita, ये सब कविताएँ हमें देश प्रेम सिखाती है, और हम सबको एकजुट होने की प्रेरणा देती है। हमें अपने बच्चों को desh bhakti kavita सुनने और लिखने के लिए प्रेरित करना चाहिए।