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Kitchen Vastu Tips | वास्तु के अनुसार कैसा और किस दिशा में हो आपका किचन?

Kitchen Vastu Tips

आज के इस लेख में हम जानते हैं वास्तु के अनुसार घर में रसोईघर कैसा और (Kitchen Vastu Tips in Hindi) कहां होना चाहिए, घर में हर तरह की ऊर्जा का वास होता है, लेकिन रसोई घर एक ऐसी जगह है जो अच्छी और बुरी दोनों तरह की ऊर्जाओं को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है। चलिए, जानते है रसोई किस दिशा (kitchen vastu direction) में होनी चाहिए, रसोई का रंग (kitchen vastu color) कौन सा होना चाहिए और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए क्या-क्या करना चाहिए।



दोस्तों, हमारे घर के वास्तु का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। एक अच्छा और सुख सुविधा से भरपूर जीवन जीने की हम सबकी इच्छा होती है। हर इंसान अपने जीवन में सफल होना चाहता है और वह सब पाना चाहता है, जिससे वह और उसका परिवार खुशहाल रहे। इसके लिए वह भरपूर प्रयत्न भी करता है। परंतु कभी-कभी ऐसा भी होता है कि, रात दिन मेहनत करने के बावजूद उसे वह सफलता नहीं मिलती है जिसकी वह अपेक्षा करता है। इसमें दोष उसके नसीब का ही नहीं होता है बल्कि, कई बार घर की वास्तु की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हम वास्तु के नियमों को अनदेखा करते हैं और फिर हमें उसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं।

      दोस्तों, किसी भी घर का सबसे महत्वपूर्ण कमरा होता है, उस घर का रसोईघर यानी कि किचन। सबसे महत्वपूर्ण इसलिए क्योंकि यहीं पर हमारे परिवार के लिए खाने की व्यवस्था होती है, जो कि हमारे जीवन की एक मूलभूत आवश्यकता है। 

परिवार के प्रत्येक सदस्य को, आनंद, पोषण और आरोग्य देने वाला घर का यह कमरा, वास्तु शास्त्र की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह वह जगह होती है जहां सबसे अधिक ऊर्जा रहती है। इस ऊर्जा को सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा में बदलने का काम हम ही करते हैं।

     किचन वह जगह है जहां घर की महिलाओं का अधिकतर समय गुजरता है। इसलिए ही कहते हैं कि, किसी भी घर के किचन यानी रसोईघर को देखकर आप उस घर की महिला का व्यक्तित्व जान सकते हैं। एक सुंदर, सुविधा सम्पन्न और स्वच्छ रसोईघर हर घर की जरूरत होता है। लेकिन फिर भी इतना ही काफी नहीं है। वास्तु शास्त्र की दृष्टि से घर में रसोईघर को, योग्य दिशा में, योग्य स्थान पर और योग्य तरीके से बना होना बेहद जरूरी होता है। नहीं तो पूरे घर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 

जब हम घर बनाते हैं या बना-बनाया घर खरीदते हैं तो हमें, वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान जरुर रखना चाहिए। घर के रसोई घर से संबंधित, हमारे मन में भी कुछ प्रश्न होते है, जैसे कि घर का किचन किस दिशा में होना चाहिए? किचन का मुंह किस दिशा में होना चाहिए? रसोई घर में चुल्हा किस दिशा में होना चाहिए? रसोई घर में सिंक किस तरफ होना चाहिए ? और रसोईघर में कौनसा कलर होना चाहिए?

तो चलिए आज हम इन्हीं कुछ प्रश्नों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं ताकि जब आपका घर बने तो, आपको उसका सकारात्मक परिणाम मिले।


1. घर का रसोईघर हमेशा घर की आग्नेय दिशा में होना चाहिए। आग्नेय दिशा यानी पूर्व और दक्षिण दिशा (southeast direction) के मध्य का कोण होता है। इस दिशा पर दैत्य गुरु शुक्राचार्य और मंगल का आधिपत्य होता है। इस दिशा का मूल तत्व अग्नि होता है। शुद्धीकरण करना और अशुद्धियों का नाश करना, अग्नि का प्रमुख गुणधर्म होता है, इसलिए यह दिशा हमेशा जंतु रहित होती है। यही नहीं अष्टलक्ष्मियों में से एक, धन लक्ष्मी का स्थान आग्नेय दिशा में होता है इसलिए इस दिशा में, किसी भी प्रकार की कमी नहीं होती है। 

2. आग्नेय दिशा में रसोईघर होने से, घर में अन्न की कमी नहीं होती है, घर में सकारात्मकता आती है और खाना बनाने और खिलाने में आनंद और संतोष मिलता है।

3. रसोईघर में kitchen slab या Platform को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दीवार से चिपका हुआ होना चाहिए। चुल्हा हमेशा आग्नेय दिशा में होना चाहिए और  खाना बनाते समय, हमारा मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। 

4. किचन में बर्तन साफ करने का सिंक हमेशा ही रसोईघर की उत्तर-पच्शिम ( North-East) दिशा में होना चाहिए। जिसे ईशान्य दिशा भी कहते हैं। सिंक से चुल्हे को थोड़ा दूर ही रखें क्योंकि पानी और अग्नि एक दूसरे के परस्पर विरोधी घटक होते हैं। पीने का पानी, रसोईघर में ईशान्य कोण में रखना चाहिए।

5. रसोईघर में खिड़कियां, पूर्व-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। जिससे cross ventilation proper हो सके।

6. यदि रसोईघर में रंगों की बात करें तो, वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि रसोईघर में अग्नि के रंगों का प्रयोग करते हैं तो यह बहुत शुभ होता है। अग्नि के रंग यानी कि हल्का लाल, हल्का पीला या हल्का केसरी रंग शुभ होते हैं। इनके अलावा सफेद, क्रीम, lemon yellow, light green ये रंग भी प्रभावशाली होते हैं। kitchen floor आप सफेद, क्रीम या हल्का पीले रंग का रख सकते हैं। काला या गहरा नीला रंग रसोईघर में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

रसोई के वास्तु को ध्यान में रखते हुए हमें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होता है। जो इस प्रकार है, जैसे:-

1. किचन कभी भी बाथरूम/शौचालय के नीचे या ऊपर नहीं होना चाहिए।

2. शौचालय और रसोई में कभी भी एक साझी दीवार नहीं होनी चाहिए। दोनों दोषों का निवासी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है किचन का मुख कभी भी घर के मुख्य द्वार की ओर नहीं होना चाहिए।

3. रसोई घर कभी भी उत्तर या उत्तर पूर्व में नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह आपके करियर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

4. रसोई के लिए वास्तु के अनुसार, मध्य-उत्तर, उत्तर-पूर्व, मध्य-पश्चिम, मध्य-दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम और घर के केंद्र का उपयोग कभी भी रसोई बनाने के लिए नहीं करना चाहिए।

5. पूजा कक्ष या मंदिर कभी भी चूल्हे या रसोई के सिंक के ऊपर नहीं होना चाहिए क्योंकि यह दुर्भाग्य लाता है।

6. रसोई में चूल्हा बाहर से नहीं दिखना चाहिए।

दोस्तों, रसोईघर, हमारे घर की आत्मा होता है। इसका हमें विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इसलिए इसे हमेशा, स्वच्छ, शुद्ध और पवित्र बनाएं रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई घर में कभी भी टूटी-फूटी और अनुपयोगी चीजें, कचरा, सीलन या गंदगी नहीं होनी चाहिए, किचन में चप्पल जुते पहनकर नहीं जाना चाहिए, किचन सिंक का नल या कोई अन्य पाईप वगैरह से पानी का लिकेज नहीं होना चाहिए। साथ ही रसोईघर में प्राकृतिक प्रकाश की भरपूर व्यवस्था होनी चाहिए। यदि घर का रसोईघर शुद्ध होता है तो, उसमें से जो सकारात्मक ऊर्जा निकलती है वह पूरे घर को पवित्र करती है जिसका प्रभाव घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ परिवार की आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक स्थिति पर भी शुभ होता है। 



ये आपकी रसोई में वास्तु के लिए कुछ सुझाव हैं, जो आपके घर को सकारात्मक वाइब्स से भर देंगे! यदि आपको घर के मंदिर की वास्तु टिप्स की आवश्यकता है, तो इसे पढ़ें:- Vastu for pooja room – जानिए कैसा और किस दिशा में होना चाहिए पूजा घर

पूछे जाने वाले प्रश्न
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1. वास्तु के अनुसार किचन कहाँ होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार अग्नि स्रोत घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इसलिए किचन भी दक्षिण-पूर्व में होना चाहिए और खाना बनाते समय पूर्व की ओर मुंह करना चाहिए।

2. किचन में कौनसा कलर होना चाहिए?

किचन में अग्नि के रंग यानी कि हल्का लाल, हल्का पीला या हल्का केसरी रंग शुभ होते हैं। इनके अलावा सफेद, क्रीम, हल्का हरा ये रंग भी प्रभावशाली होते हैं।

3. वास्तु के अनुसार किचन स्लैब के लिए कौन सा रंग सबसे अच्छा है?

किचन स्लैब के लिए पीले, नारंगी और हरे रंग को उपयोग होना सबसे अच्छा हैं।

4. किचन का वास्तु दोष कैसे दूर करें?

किचन का वास्तु दोष दूर करने के लिए आप विभिन्न आकारों के पिरामिड और क्रिस्टल का उपयोग करके रसोई से संबंधित कई वास्तु दोषों को दूर कर सकते है। इन वस्तुओं को रखने के लिए किसी वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए।


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Written by:- Renuka Raje
Image credit:- Canva.com

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