शहीद वीरों को सलाम ( poem in hindi on desh bhakti ) कविता में 14 फरवरी 2019 पुलवामा में हुए हमलें में हमारे जो 40 फोजी भाई शहीद हुए थे, ( sahid jawan status )आज इस कविता ( desh bhakti kavita ) द्वारा हम सब की और से उन शहीद सैनिकों को सलाम!
तिरंगे में ऐसे लिप्त कर सोया है
इस वतन के लिए शहीद हुए है,
सामने से नहीं छुप कर वार किया उन्होंने
सामने आते तो,
वफादारी याद दिला देते तुमको
पुलवामा में ४० जवान हमारे मारे थे,
वो मरे नहीं शहीद हुए
एक बार उस माँ का सोचो
जिसने आधा शरीर देखा होगा,
क्या बीती होगी
उस बीवी पर भी जो,
अभी तक सज सवर कर बैठी थी
अभी तो निकला था सुहाग घर से,
ऐसे कैसे हो गया
ना बिगुल बजा ना,
ना एलान हुआ
जंग हुई और सब ख़तम हो गया,
एक-एक का सीना फोलैद का था
क्या कायरो की तरहा छुप कर हमला किया था,
इस नफरत की आंधी में हमारे चालीस जवान शहीद हो गए
ये सोच ना लेना काफिरों की हिंदुस्तान डर जाएगा,
इन शोलो के जाने से
आग अभी भड़केगी,
जब जवाब तुम्हे मिलेगा सास तुम्हारी अटकेगी
इंतेज़ार करो उस वक़्त का जब तुम्हारी तस्वीर दीवार पर लटकेगी।।
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by Shubhi Gupta ( शुभी गुप्ता )
Story and Poem Writer
Hindi poem on desh bhakti या shaheed sainiko par kavita , ये सब कविताएँ हमें देश प्रेम सिखाती है, और हम सबको एकजुट होने की प्रेरणा देती है। हमें अपने बच्चों को desh bhakti kavita ( soldier poem in hindi ) या shahid sainik ke liye kavita सुनने और लिखने के लिए प्रेरित करना चाहिए।