शनि देव की पूजा कैसे करें? शनि देव को कैसे खुश किया जाए? यह लेख मुख्य उद्देश्य इन प्रचलित प्रश्नों का विस्तार में उत्तर देना है। आपको ये लेख अपनों के साथ शेयर ज़रूर करें। शनिदेव आप सभी पर कृपया बरसायें।
Shanidev ki Puja Vidhi: अधिकांश लोगों को नहीं पता कि शनिदेव की पूजा कैसे की जाती है। वो अनजाने में ऐसी गलती कर जाते है जिससे शनिदेव उन से रूष्ट हो जाते है।
आज की लेख में हम आपको बताएंगे कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा पाने के लिए आपको शनि देव की पूजा कैसे करनी चाहिए और किन-किन नियमों का पालन करना होता है। शनिदेव को खुश करने के उपाय इस लेख में दिए गए हैं।
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शनि देव के नाम से ही, हम सभी के दिमाग में एक अनजान डर बढ़ता है। क्योंकि शनि देव एक ऐसे देवता है जो हमे हमारे कर्मों के अनुसार फल देते है।
अगर किसी ने बुरे कर्म किए है तो उस से शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं, यदि कोई व्यक्ति शनिवार को विधि-विधान से शनि देव की पूजा अर्चना करता है, तो उसे शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
शनि देव की पूजा का समय:
शनिवार के दिन, शनि देव की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। शनिवार के दिन, सूर्यास्त के बाद शनि देव की पूजा करनी चाहिए।
आपको पूजा से पहले स्नान करना चाहिए और स्वच्छ कपड़े पहनने चाहिए। पूजा स्थल को साफ करें और वहां शनि देव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
शनि देव की पूजा की सामग्री:
* शनि देव की मूर्ति या तस्वीर
* काला तिल
* सरसों का तेल
* काला वस्त्र
* काला धागा
* गंध, पुष्प, धूप, दीप
* फल, मिठाई
* जल
शनि देव की पूजा की विधि:
– सबसे पहले शुद्ध स्थान पर शनि देव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
– अब शनि देव को काले तिल, सरसों का तेल, काला वस्त्र, काला धागा, गंध, पुष्प, धूप, दीप आदि अर्पित करें।
– सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
– धूप और अगरबत्ती जलाएं।
– फिर शनि देव का ध्यान करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं बताएं।
– शनि देव के मंत्र का 108 बार जाप करें।
– अंत में शनि देव को फल, मिठाई और जल अर्पित करें।
– शनि देव को प्रसन्न करने के लिए प्रार्थना करें।
– शनिदेव की आरती करें।
– पूजा के बाद पीपल के पेड़ की सात परिक्रमा करें।
शनि देव की पूजा के मंत्र:
“ॐ शनैश्चराय नमः”
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः मंत्र”
“ॐ नीलांजन समाभासां रविपुत्रं यमाग्रजम् । छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ॥”
शनि देव की पूजा के नियम:
– शनि देव की पूजा शनिवार के दिन की जाती है।
– शनि देव की पूजा करते समय काले वस्त्र धारण करें।
– शनिदेव की पूजा करते समय फूल, फल और नमक अर्पित करें।
– शनि देव की पूजा करते समय काले तिल, सरसों का तेल, काला धागा आदि अर्पित करें।
– शनिदेव की पूजा करते समय सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
– शनि देव की पूजा करते समय शनि देव के मंत्रों का जाप करें।
शनि देव की पूजा से लाभ:
– शनि देव की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि, धन-धान्य और सफलता मिलती है।
– शनि देव की पूजा से कर्मों के अनुसार फल मिलता है।
– शनि देव की पूजा से रोग, पीड़ा और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
– साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
– व्यवसाय में तरक्की होती है।
– नौकरी में उन्नति होती है।
– मन में शांति और सकारात्मकता आती है।
– अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती हुआ।
इन बातों का रखे ध्यान:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिदेव की आंखों की तेज दृष्टि से हमारे जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, शनिदेव की पूजा करते समय हमेशा अपनी नजरें नीचे रखनी चाहिए।
शनिदेव की पूजा करते समय, उनकी मूर्ति के सामने खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए। आप उनकी मूर्ति के दाएं या बाएं तरफ खड़े हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
जब हम शनि देव की पूजा करते हैं तो हमारे जीवन में हर प्रकार के सुखों का आभास होता है। इसके साथ ही हमारे कर्मों के फल भी हमें प्राप्त होते हैं। शनि देव की कृपा से हमारा जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है।”
यह भी माना जाता है कि शनि देव की पूजा करने से हम साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं।
जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त करने के लिए, आपको शनि देव की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए प्रयोग की जाने वाली सामग्री और विधि काफी सरल हैं। शनिवार को शनि देव की पूजा करने से, आपको जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलेगी।