Shivratri Poems In Hindi: हर हर महादेव! दोस्तों, आज हम शिवरात्रि के अवसर पर Lord Shiva Poem लाये हैं। इसमें bhagwan Shiva का गुणगान किया गया है। आशा करती हूँ कि ये hindi kavita आपको ज़रूर पसंद आयेगी।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर, शिव भक्त अपनी आस्था और भक्ति को विभिन्न रूपों में प्रकट करते हैं। कविताएँ इस भक्ति को व्यक्त करने का एक सुंदर माध्यम होती हैं। यहाँ शिवरात्रि की (poem on shiva) कविताएँ हैं जो भोले बाबा के प्रति आपकी भावनाओं को और अधिक गहराई से व्यक्त कर सकती हैं:
बाबा मेरा भोला भाला है (Shiv ji Poem in Hindi)
उसका तो ढंग निराला है
बाबा मेरा भोला भाला है।
सर पर धारण की है गंगा
गले में नाच रहे हैं भुजंगा
माथे पर शोभित है चंदा
वनों में घूमे, मस्त मलंगा
पी लिया विष का प्याला है
बाबा मेरा भोला भाला है।
पर्वत पर डाला है डेरा
भूतों के संग करता बसेरा
भस्म लगाए, वो धूनी रमाए
श्मशानों में लगाता फेरा
ऐसा मेरा डमरू वाला है
बाबा मेरा भोला भाला है।
मन की सारी पूरी करता
झोली खुशियों की है भरता
सबके दुखों को भी है हरता
हर पल सबकी रक्षा करता
वो तो दीन दयाला है
बाबा मेरा भोला भाला है।
शिव की महिमा (Bholenath Poem)
अनंत काल से है जो शिव साकार,
नीलकंठ नाम से जिनकी महिमा अपार।
त्रिनेत्रधारी, त्रिलोकी के स्वामी,
भस्म रमाए, विष पिये भोले शाम्भवी।
ध्यान में लीन, गंगा के वासी,
जटा से निकले जल की राशि।
दमरू की ध्वनि, नाचे तांडव सोहे,
महादेव की लीला, मन मोहे।
चंद्र शीश पर, सर्प गले में डाले,
हर हर महादेव, शिव शंभू भोले।
महाशिवरात्रि का पावन दिन आया,
शिव की आराधना में मन लगाया।
महाशिवरात्रि (Mahashivratri Poem)
महाशिवरात्रि की वो रात आई,
शिव भक्तों की भीड़ लगाई।
भंग, धतूरा, बेल पत्र चढ़ाया,
शिव लिंग पर जल अर्पण किया।
जागरण की रात, भजनों की बात,
नाचते, गाते, शिव की महिमा गाते।
हर हर महादेव के नारे लगाते,
शिव शंकर को मन से भजते।
शिव की भक्ति में डूबे सभी,
महाशिवरात्रि पर एकता की झलक दिखी।
भोले की कृपा से दुःख हरे,
शिवरात्रि के दिन, शिव से प्यार करे।
शिव की भक्ति (Lord Shiva Poem)
ओम नमः शिवाय के जाप से,
मन में आती शांति अपार।
शिवरात्रि की हर रात में,
महसूस होती शिव की सरकार।
गंगा के तट पर, हिमालय में,
शिव की ध्यान स्थली है।
भक्तों के मन में बसे,
शिव ही सच्ची गली हैं।
महाशिवरात्रि के दिन,
भक्ति में डूब जाएँ हम।
शिव की अनुकंपा से,
सच्चे मार्ग पर चलें हम।
भोले की भक्ति (Shiv Per Kavita)
भोले की भक्ति में मन रमाया,
शिवरात्रि की रात जगाया।
महाकाल की आराधना में,
लीन होकर, मन को समाया।
आँखें बंद कर, ध्यान लगाया,
शिव शंभू को मन में बसाया।
जीवन की हर विपदा से लड़ने,
शिव तांडव स्तोत्रम् को गाया।
शिवरात्रि के इस पावन पर्व पर,
भोलेनाथ का आशीर्वाद पाया।
शिव की भक्ति, शिव की शक्ति,
जीवन में सच्चा सुख लाया।
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यह कुछ कविताएं हैं जो आप महाशिवरात्रि के अवसर पर पढ़ सकते हैं। इन कविताओं में शिव की महिमा और भक्ति का वर्णन किया गया है। महाशिवरात्रि का त्यौहार भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यह त्यौहार हमें सिखाता है कि हमें जीवन में हमेशा सच बोलना चाहिए, दूसरों की मदद करनी चाहिए, और बुराई पर अच्छाई की जीत होगी।
ये कविता shivaji poem in hindi भोलेनाथ पर आधारित है। हम आशा करते है आपको ये shivji poem in hindi पसंद आई होगी।
हर हर महादेव!
By: Meenakshi Kundu
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