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Shrimad Bhagavad Geeta

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Shrimad Bhagavad Geeta (Moksha Sanyaas Yoga) | अध्याय अठारवां — मोक्ष सन्यास योग

Shrimad Bhagavad Geeta: भगवद गीता का अठारहवां अध्याय मोक्ष संन्यास योग है। भगवान कृष्ण इस अध्याय में दो प्रकार के त्यागों का वर्णन करते है… Read More »Shrimad Bhagavad Geeta (Moksha Sanyaas Yoga) | अध्याय अठारवां — मोक्ष सन्यास योग

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Srimad Bhagavad Geeta ( Gunatraya Vibhaga Yoga) | अध्याय चौदहवां — गुण त्रय विभाग योग

Srimad Bhagavad Geeta:- गण त्रय विभाग योग गीता का 14वां अध्याय है, इसमें 27 श्लोक हैं। इसमें श्रीकृष्ण ने सत्व, रज और तमस के गुणों तथा मनुष्य की अन्य सच्ची अर्ध गतियों का विस्तार से वर्णन किया है। अंत में, इन… Read More »Srimad Bhagavad Geeta ( Gunatraya Vibhaga Yoga) | अध्याय चौदहवां — गुण त्रय विभाग योग

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Bhagavad Geeta ( Raja Vidya Raja Guhya Yoga ) | अध्याय नौवाँ — राजविद्याराजगुह्ययोग

Shrimad Bhagvad Geeta in Hindi: राजविद्याराजगुह्य योग गीता का नौवां अध्याय है, जिसमें 34 श्लोक हैं। इसमें कहा गया है कि श्री कृष्ण की आंतरिक ऊर्जा ब्रह्मांड में व्याप्त है, वहीं ब्रह्मांड का सृजन… Read More »Bhagavad Geeta ( Raja Vidya Raja Guhya Yoga ) | अध्याय नौवाँ — राजविद्याराजगुह्ययोग