दोस्तों, आज की हमारी यह hindi poem हम सब औरतो की जिन्दगी पर ( hindi poems on life ) आधारित है इस हिंदी कविता में हमारी अनकही बातें (Ankahi baatein) लिखी है इस short hindi poems में कवि ने बढ़ी सरलता से अपने मन के भावों को प्रकट करा है!
एक समय वो था
जब खाना भी मम्मी ही अपनेहाथों से खिलाती थी,
एक समय ये है जब खाना भी नसीब नहीं होता
एक समय वो था जब कोई चिंता नहीं थी
एक समय ये है जहांबस चिंता ही चिंता है,
एक समय वो था जब बिना कुछ बोले सब कुछ मिल जाता था
एक समय ये है कि कितना भी जतन कर लें एक चीज़ लेने के लिए महीनों लग जाते है,
समय समयकी बात है
इस समय को यू ना जाने दो
चला गया ये तो ये पल यहीं खो जाएगा,
आने वाला समय इस पल को खा जाएगा
जी लो इस समय को क्युकी कल तो किसी ने देखा नहीं
और जो कल हो गया उसे कोई बदलने वाला नहीं!
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by Shubhi Gupta ( शुभी गुप्ता )
Story and Poem Writer
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