दोस्तों, आज की हिंदी कविता में मैं आपके लिए लेकर आई हूँ “किस्मत किसान की” यह kavita hindi mein है। यह short poem in hindi किसान पर लिखी गई है।
अरे कैसी किस्मत पाई है किसान ने
चैन तो क्या नींद में गवाही है किसान ने,
सुबह उठकर चल पड़ता है खेतों की तरफ
क्या जाने कौन सी बात छुपाई है किसान ने।
जलती धूप में जलता रहता है
पर फिर भी हंसता रहा है,
हर जख्म हर दर्द को सहता है
पर फिर भी चुप रहता है ,
ना जाने कौन सी आस लगाई है किसान ने।
इस कविता को भी जरूर पढ़े :- Short poem in hindi – बदलती दुनिया पर कविता
जब उधारी में फस जाता है
घर बार सब लगाता है,
अच्छी किस्मत जब नहीं पाता है
तो अकेले में सिसकता आता है,
क्या जाने कौन सी चोट खाई है के सामने।
लेन-देन में जब गिर जाता है
वह समझ नहीं कुछ पाता है,
फिर वही रीत अपनाता है
और मिट्टी में मिल जाता है।
कोई ना जाने कौन सी चीज का गवाई है किसान ने,
सचमुच कैसी किस्मत पाई है किसान ने।
क्या आपको कविता पढ़ना पसंद है तो पढ़े यह कविता भी:- कैसा ये दौर है आया! Heart Touching Poem in Hindi
By:- Sunny Verma
दोस्तों, अगर आपको यह sad poem in hindi पसंद आए तो शेयर जरूर करें, ऐसी ही और sad kavita, love poem, motivation कविता पढ़ने के लिए “lifewingz” को follow जरूर करें।
धन्यवाद!