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woman day Quotes

Poem for Women’s Day: दोस्तों! औरत पर लिखी गई hindi kavita “मैं नारी हूँ!” में कवि ने औरत के आध्भुद प्यार और त्याग का वर्णन किया है! Hindi poem for women’s day आपको पसंद आए, ऐसी हम कामना करते हैं!

मैं नारी हूँ
अबला, बेचारी ना समझना

मुझसे ही तू जन्मा है
मैं ही जीत हूँ
मैं ही हार हूँ,

आग की अंगार हूँ
पानी जैसी शीतल मैं हूँ

तेरे आज में मैं हूँ
तेरे कल में मैं हूँ
तेरा कल भी मैं ही हूँ,

महिषासुर जो बनो गए
काली का रूप मैं हूँ
ना कर अनादर मेरा
लक्ष्मी का रूप मैं हूँ,

शिव की शक्ति मैं हूँ
प्यार के लिए जीती हूँ
अपनी खुद की तलाश में मैं हूँ,

अस्तिव की खोज में मैं हूँ
प्यार से मांगो गए
जान देदुंगी,

मां का प्यार भी मैं ही हूँ
बहन का दुलार भी मैं ही हूँ
लक्ष्मी की तरह जानी जाती हूँ
हाँ मैं नारी हूँ!


वो देखो चली महिला,
जिसके कदमों में है बहार।

घर, दफ्तर सब संभाले,
फिर भी लगे बेमिसाल।

उसकी हंसी में छिपी कहानियां,
उसके आंसू में बसे हैं गहरे अर्थ।

वो जो चल दे तो रुके ना कभी,
नारी है वो, जिसमें बसता है पूरा विश्व।



नारी तू है लक्ष्मी, तू है सरस्वती,
तू है दुर्गा, तू है काली।
तेरे बिना ये दुनिया अधूरी,
तू है सृष्टि की रानी।

तेरे कर स्पर्श से जीवन मिलता,
तेरे आँचल में प्यार मिलता।
तू है माँ, तू है बहन, तू है बेटी,
तू है हर रूप में पूजनीय।

तेरे त्याग और बलिदान से चलता है ये संसार,
तेरे बिना ये दुनिया है बेकार।
तू है शिक्षिका, तू है डॉक्टर, तू है वकील,
तू है हर क्षेत्र में सक्षम।

तेरे साहस और पराक्रम से डरते हैं दुश्मन,
तेरे बिना ये दुनिया है कमजोर।
तू है प्रेरणा, तू है शक्ति, तू है जीवन,
तू है स्त्री, तू है महान।

महिला का गौरव करें हम सब,
उसका सम्मान करें हम सब।
क्योंकि महिला है शक्ति का प्रतीक,
वह है सृष्टि का आधार।


माँ, बहन, पत्नी, बेटी,
हर रूप में नारी है महान।
जन्म देती है जीवन को,
हर पल करती है बलिदान।

शक्ति का प्रतीक है नारी,
सबसे ऊँचा है उसका स्थान।
प्रेम, करुणा, दया का सागर,
नारी का जीवन है एक वरदान।

संघर्षों से कभी नहीं डरती,
हर परिस्थिति में मुस्कुराती।
चुनौतियों का सामना करती,
हर कदम पर आगे बढ़ती।

विज्ञान, कला, शिक्षा, खेल,
हर क्षेत्र में नारी ने नाम किया।
अपनी प्रतिभा से सबको चकाचौंध कर दिया,
नारी ने अपना गौरव बढ़ाया।

आओ मिलकर करें नारी का सम्मान,
उसके योगदान को न करें अनदेखा।
नारी है जीवन का आधार,
उसके बिना जीवन अधूरा।

नारी है शक्ति, नारी है प्रेरणा,
नारी है जीवन का सार।
आओ मिलकर करें नारी का सम्मान,
नारी है जग का आधार।


नारी है वो, जिसके गर्भ से जीवन जन्म लेता,
प्यार और स्नेह की छांव में, वो पालन पोषण करती।
माँ, बहन, पत्नी, बेटी, हर रूप में वो महान,
नारी का सम्मान करना है, हर इंसान का कर्तव्य है।

नारी का सम्मान, समाज का सम्मान,
नारी के बिना, जीवन है अधूरा।
ज्ञान का दीप जलाती है वो,
जीवन की राह दिखलाती है वो।

नारी की शक्ति का सम्मान करें,
उसकी प्रतिभा को पहचानें।
नारी को शिक्षा दें, उसे आगे बढ़ने का मौका दें,
नारी के सपनों को सच होने दें।

नारी का सम्मान, मानवता का सम्मान,
नारी के बिना, जीवन है वीरान।
आओ मिलकर करें नारी का सम्मान,
बनाएं एक ऐसा समाज, जहाँ नारी हो सम्मानित।

नारी है वो, जिसके बिना जीवन अधूरा,
नारी का सम्मान, हर इंसान का कर्तव्य है।


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by Shubhi Gupta ( शुभी गुप्ता )

Story and Poem Writer

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Image Credits- freepik.com

Author (लेखक)

  • Mrs Shubhi Gupta

    शुभी गुप्ता को कवितायेँ और शायरी में पिछले 5+ साल का अनुभव है। कविता, घरेलु उपाए, महिलाओं पर लिखना इनका पसंदीदा विषय है। इसके अलावा इनको अलग-अलग जगह घूमना और वहां के लोगों से मिलकर उनकी संस्कृति के बारे में जानना बहुत पसंद है। ये खाली समय में लिखना पसंद करती हैं। आकृति से आप lifewingz से संपर्क कर सकते हैं।

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