दोस्तों! आज की हमारी हिंदी कविता ( hindi poem ) “दंगो ने कराई लड़ाई” में कवि ने delhi के Chand Bagh में हुए दंगो ने हिन्दू -मुस्लिम भाईयों में लड़ाई करवा दी! hindu muslim unity
जब तुझसे दोस्ती की
जात पात ना देखी
आज इन दंगो में जब तेरे से मेरा सामना हुआ
तू मेरे ही खून का प्यासा हुआ,
ऐसे कैसे दोस्त-दोस्त का दुश्मन हुआ
पहले कभी ज़रा मेरे चोट लगती
सबसे पहले हाथ तेरा आता
और आज पहला डंडा भी तेरा ही उठा,
सर से खून भी बहा
मगर आज तेरे माथे पर शिकन भी ना आई,
तू मेरी मम्मी को मम्मी कहता
में तेरी अम्मी को अम्मी कहता
फिर आज केसे अलग हुई तेरी धरती ओर मेरी धरती,
मैं और तू तो थे जैसे भाई-भाई
इन दंगो ने हमे बना दिया है कसाई
ना तो मै पीछे हटूंगा
ना ही तू,
आज है समय आया जब इंसान- इंसान का नहीं
भाई-भाई के खून का प्यासा है हुआ !
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Story and Poem Writer
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