दोस्तों, आज हम आपके लिए जो hindi mein poem लेकर आए है! उसका नाम है ” कर्म का फल ( karm ka fal )” इस हिंदी कविता में कवि ने कहा है कि हम जैसा कर्म करे गए हमे वैसा ही फल मिलता है!
समय का पहिया चलता जाता है
कर्म के अनुसार फल मिलता जाता है
फल ना मिले तो फिक्र ना कर,
खुदा के यहां देर है
अंधेरे नहीं
आज नहीं तो कल
कर्म का फल मिलेगा जरूर,
और जो बुरा करे
उसे उसके हाल पर छोड़ दो
आज नहीं तो कल,
कर्म का हिसाब होता जरूर है
और सबको फल मिलता जरूर है,
अच्छे कर्म का फल अच्छा
बुरे कर्म का बुरा
फैसला आपका है,
ये जिंदगी आपकी है
करो जो करना है
बस कर्म करने से पहले
एक बार सोचना जरूर!
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by Shubhi Gupta ( शुभी गुप्ता )
Story and Poem Writer
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