Skip to content

Platelets Count kaise badhayen | प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय 2024

How to platelet count increase:

How to platelet count increase: आज के इस लेख में आप platelets increase कैसे करें ये जानेंगे, इस लेख में आपको प्लेटलेट्स से जुडी पूरी जानकारी मिलेगी। प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए आपको कैसा भोजन (food to increase platelet count) करना चाहिए ये भी बताएंगे।


बारीश का मौसम आते ही, मक्खी और मच्छरों का आना भी शुरू हो जाता है। बारीश के बाद भी नमी व उमस की वजह से मच्छर अधिक पनपते हैं। मानसून में तो इनकी संख्या में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और फिर मच्छरों से होने वाले, डेंगू, मलेरिया जैसे गंभीर रोग भी बढ़ने लगते हैं। जिसके कारण शरीर में प्लेटलेट्स (Platelets) कम होना शुरू हो जाते हैं।

क्या आप जानते है प्लेटलेट्स क्या होते है?, शरीर में इनका काम क्या है?, और शरीर में इनकी कमी कैसे हो जाती है? प्लेटलेट्स से रिलेटेड इसके जैसे और भी कई प्रश्न हम सभी के मन में होते हैं और उनके उत्तर जानने की उत्सुकता भी हम सभी को होती है। तो आज हम प्लेटलेट्स के विषय में ही अपनी चर्चा करेंगे और कुछ बातों पर गौर करेंगे।


प्लेटलेट्स क्या होते हैं? – What are platelets?

सबसे पहले हम संक्षिप्त में समझते हैं कि, प्लेटलेट्स क्या है। प्लेटलेट्स का मेडिकल की भाषा में नाम, थ्रोम्बोसाइट्स (Thrombocytes) है। यह हमारे शरीर के रक्त में, हिमोग्लोबिन और प्लाज्मा की तरह पाया जाने वाला एक प्रमुख घटक है। यह एक प्लेट के जैसे दिखाई देते हैं, इसलिए इसका नाम प्लेटलेट्स रखा गया है।

एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में, लगभग पांच से छह लिटर खून होता है। और हमारे खुन में, मुख्यत: तीन रक्त कोशिकाएं (blood cells) होती है। श्वेत रक्त कोशिकाएं, ( White blood cells  ल्युकोसाइट्स), लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cell एरथ्रोसाइट्स) और प्लेटलेट्स।

प्लेटलेट्स का आकार, अन्य कोशिकाओं की तुलना में छोटा होता है, और इनकी संख्या शरीर में 1.5 लाख से 4.5 लाख होती है। प्लेटलेट्स का जीवन, आठ से दस दिनों का होता है। प्लेटलेट्स का मुख्य कार्य, रक्त को पतला ना होने देना और रक्त का थक्का जमना यानी कि blood clotting ना बनने देना होता है। या सामान्य भाषा में कहें तो, खुन के अधिक बहाव को थक्का जमाकर रोकने का काम, प्लेटलेट्स करते हैं।

हमारे शरीर की रक्त वाहिनियों (blood vessels) से, रक्त के द्वारा, आक्सीजन का प्रवाह शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचता है। यदि इन रक्त वाहिनियों को कुछ हानी पहुंचती है या हमारे शरीर में कहीं कोई चोट लगती हैं या जख्म होता है और उसमें से अधिक मात्रा में रक्त स्राव होता है, तो उस रक्त स्राव को रोकने का काम प्लेटलेट्स का होता है।

यदि यह रक्तस्राव अत्यधिक होता है तो, व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे समय पर, प्लेटलेट्स शरीर के लिए एक कवच का काम करते हुए, कोलेजन नामक द्रव्य के साथ मिलकर चोट के स्थान पर एक दीवार सी बना देते हैं, जिससे खून के बहाव में अवरोध पैदा होता हैं। और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से होने वाला खतरा कुछ देर के लिए टल जाता है।


Read also:- Home Remedy for Cough | खांसी के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय



शरीर में प्लेटलेट्स कम या ज्यादा होने से क्या होता है? – What happens if there are more or less platelets in the body?

हमारे शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या, एक निश्चित मात्रा में होनी चाहिए। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में  सामान्य रूप से, डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख प्लेटलेट्स होते हैं। प्रमाण से अधिक या प्रमाण से कम प्लेटलेट्स, दोनों ही हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं और दोनों ही स्थितियों में हमारे शरीर पर कई गंभीर परिणाम होते हैं।

शरीर में सामान्य से अधिक संख्या में प्लेटलेट्स होने से, रक्त वाहिनियों में रक्त के थक्के जमने लगते हैं, जिसके कारण शरीर में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पाता है, और हार्टअटैक, लकवा या किडनी पर भी असर हो सकता है। मेडिकल की भाषा में इसे थ्रोम्बोसाइटोसिस कहते हैं।

इसी प्रकार यदि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य से कम हो जाती है तो इसे, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहते हैं। इस स्थिति में यदि बहुत ज्यादा रक्त स्राव होता है, तो यह चिंता का विषय होता है। शरीर में यदि प्लेटलेट्स की संख्या  20,000 से भी कम हो जाती है तो शरीर से रक्त स्राव होने लगता है जो कि हमारे नाक, कान, त्वचा, मसूढे, मल-मूत्र या थूक के साथ शरीर के बाहर बहना शुरू हो जाता है।

त्वचा पर लाल रंग के चकते पड़ जाते हैं। और यदि रक्तस्राव शरीर के अंदर ही रह जाता है तो इसका, फेफड़े, मूत्राशय और यकृत की कार्यक्षमता पर दुष्परिणाम होता है। इस स्थिति में यदि हमारे शरीर पर कोई जख्म या चोट लगती है तो, उसमें से होने वाले रक्त स्राव को रोकना कठीन हो जाता है।

इसलिए खुन में प्लेटलेट्स कभी कम नहीं होना चाहिए। लेकिन कई बार, कुछ कारणों से हमारे शरीर में प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं। प्लेटलेट्स कम होने के क्या कारण हो सकते हैं, यह हम आगे देखते हैं।


प्लेटलेट्स कम होने के कारण – Causes of low platelets

प्लेटलेट्स कम होने के मुख्य कारण इस प्रकार है:-

– टायफाइड या चिकनगुनिया का बुखार होना।

– केंसर के इलाज के लिए की जाने वाली किमोथेरेपी ट्रीटमेंट लेना।

– पेन किलर का अधिक सेवन करना।

– अल्कोहल का अत्यधिक सेवन करना

– डेंगू या मलेरिया होने पर, खुन में प्लेटलेट्स की संख्या अचानक कम होने लगती है। और कम होते होते जब यह संख्या दस हजार से भी कम हो जाती है तो, फिर इसे शरीर में चढ़ाने की जरूरत हो जाती है।


Read also:- Home Remedies for Sore Throat | गले में खराश के लिए घरेलू उपचार



प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण – Symptoms of low platelets

शरीर में प्लेटलेट्स कम होने पर आप कई तरह के लक्षण महसूस कर सकते हैं।

– मसूड़ों से खून निकलना।

– नाक से खून निकलना।

– पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव होना।

– पेशाब से खून निकलना।

– मलाशय से खून आना।

– कमजोरी होना।


प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय – Home remedies to increase platelets in hindi

यूं तो शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या अत्यधिक कम होने से यदि स्थिति गंभीर है तो सबसे पहले तो हमें डॉक्टर के पास ही जाना चाहिए, लेकिन सामान्य स्थिति में, प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं, जो आयुर्वेद में भी बताएं गए हैं। कुछ ऐसे पदार्थों का सेवन किया जा सकता है जिससे हमारे शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ते हैं। जो कि इस प्रकार है-

1. पपीता या पपीते के पत्तों को पानी में उबालकर बनाया गया रस, प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत कारगर होते हैं।

2. गिलोय का रस भी प्लेटलेट्स कम होने पर, एक औषधि का काम करता है, इससे प्लेटलेट्स बढ़ने के साथ साथ, शरीर की immunity power भी बढ़ती है।

3. नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। नींबू हमारे शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन सी प्रदान कर सकता है। विटामिन सी प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद करता है। इतना ही नहीं, विटामिन सी हमारी immunity में भी सुधार करता है। 

4. नारियल पानी में विटामिन ए, बी और सी की मात्रा पायी जाती है, जो शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह मिनिरल्स का भी अच्छा स्रोत है।

5. पालक का सूप या जूस का रोजाना सेवन करने से रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या में काफी सुधार हो सकता है।

6. आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। आंवला में antioxidants से भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है आंवला कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद करता है जिससे प्लेटलेट काउंट कम हो सकते है।

7. एलोवेरा खून को साफ करने में मदद करता है। यह रक्त संक्रमण को रोकने में भी कारगर है। एलोवेरा कम प्लेटलेट की समस्या का प्रभावी ढंग से इलाज करता है।

8. कद्दू और इसके बीज में पोषक तत्व और प्रोटीन होता है। कद्दू में विटामिन ए भी पाया जाता है। जो हमारे शरीर में प्लेटलेट्स के उत्पादन में मदद करता है।

9. व्हीट ग्रास blood platelet count को बढ़ाने में मदद करता है। एक कप व्हीट ग्रास में नींबू के रस की एक-दो बूंद मिलाकर पीने से ब्लड प्लेटलेट बढ़ने शुरू हो जाते है। साथ ही hemoglobin, white blood cells और immunity power बढ़ने में भी सहायता होती हैं।

10. अमीनो एसिड शरीर में खून की वृद्धि करने में मदद करता है। शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए अमीनो एसिड युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।


प्लेटलेट्स कम होने से बचने के उपाय – Prevention tips for low platelets in hindi

– शरीर में प्लेटलेट्स कम होने से बचाव का उपाय यही है कि खुद को डेंगू, मलेरिया और अन्य बिमारियों से बचाकर रखना चाहिए।

– मौसम चेंज होते ही, अपने खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।

– अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

– हरी सब्जियां खानी चाहिए। खट्टे फलों तथा मिल्क प्रोडक्ट्स का सेवन विशेष रूप से करना चाहिए, क्योंकि इनमें विटामिन सी और केल्शियम मिलता है, जिससे हमारे इम्यून सिस्टम की क्षमता बढ़ती है और प्लेटलेट्स की संख्या भी नियंत्रित रहती है।

– अत्यधिक मात्रा में अल्कोहल नही लेना चाहिए।

– खुद को चोट लगने से बचाने के लिए, हर संभव प्रयास करने चाहिए। याद रखिए कि, सावधानी ही बचाव है।


प्लेटलेट्स का इलाज – Treatment for Low Platelets

शरीर में प्लेटलेट्स कम होने पर, इसके लिए कोई भी औषधि या इंजेक्शन नहीं है। प्लेटलेट्स कम होने पर इसे बाहर से लेकर शरीर में चढ़ाया जाता है, और यही एकमात्र उपाय होता है। प्लेटलेट्स कुछ समय बाद अपने आप बनते हैं।


प्लेटलेट्स में परहेज – What to Avoid During Low Platelets

किसी भी प्रकार की बीमारी में हमें बिल्कुल साधा खाना खाने की सलाह दी जाती है। शरीर में प्लेटलेट्स कम होने पर भी आप बिल्कुल साधा, बहुत कम तेल या घी में बना हुआ घर का बना हुआ खाना खाएं। मसालेदार खाना, लहसुन, जंक फूड़ और कोल्डड्रिंक का सेवन ना करें। चाय या कॉफी जैसे केफ़िन युक्त पदार्थ ना लें, शराब यानी अल्कोहल तो बिल्कुल भी ना लें। पेट साफ रखें और कब्ज ना होने दें।

इसके अलावा, अत्यधिक शारीरिक श्रम और तनाव से बचें। किसी ऐसी वस्तु का उपयोग करने से बचें जिससे आपको जख्म हो सकते है जैसे, चाकू, कैंची इत्यादि। किसी भी प्रकार की चोट लगने से खुद को बचाएं रखें। डॉक्टर की सलाह लें।


पूछे जाने वाले प्रश्न

1. प्लेटलेट्स कम हो तो क्या खाना चाहिए?

प्लेटलेट्स कम होने पर आपको विटामिन ए, बी और सी की मात्रा वाला आहार अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए जैसे:- पपीता या पपीते के पत्तों का काढ़ा, आंवला, पालक, गिलोय का रस, हरी सब्जियां, खट्टे फलों तथा मिल्क प्रोडक्ट्स का सेवन विशेष रूप से करना चाहिए।

2. प्लेटलेट्स घटने से क्या होता है?

प्लेटलेट्स की संख्या अगर 10,000 से कम हो जाए, तो ब्लीडिंग हो सकती है। यह खून नाक या कान से बाहर आने लगता है। यदि यह ब्लीडिंग अंदर ही होती रहती है तो शरीर के मुख्य आंतरिक अंगों जैसे किडनी, लिवर और फेफड़े खराब होने की आशंका भी बढ़ जाती है।

3. प्लेटलेट्स का जीवनकाल कितना होता है?

प्लेटेलेट कोशिका का जीवनकाल 8 -12 दिन तक होता है।


जाहिर है कि, इतना सब जान लेने के बाद, प्लेटलेट्स से रिलेटेड आपके सारे प्रश्नों के जवाब आपको मिल ही गए होगें। अगर आपको ये आर्टिकल informative लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों और फैमिली के साथ शेयर करें। आप हमारा होम पेज जरूर विजिट करिए। वहां आपको बहुत से अच्छे आर्टिकल पढ़ने को मिलेंगे। अगर हमारा काम आपको पसंद आए तो आप हमें subscribe कर सकते हैं।

By:-Renuka raje
Lifewingz.com
Image credits:  canva.com

Author (लेखक)

  • Renuka Raje

    मेरा नाम Rehuka Raje है। अपनें विचारों को, शब्दों में पिरोकर कागज़ पर उतारना मुझे बहुत अच्छा लगता हैं। मेरी सभी रचनाएं, हमारे दैनिक जीवन में घटित होने वाली घटनाओं पर ही आधारित होती हैं, अतः आप सभी से निवेदन हैं कि पसंद या नापसंद आने पर भी अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें।🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *